राम नवमी शुभकामनाए

Ram Navami: कल बड़ा दिन है कल है हमारे राम लaल्ला का जन्म दिन राम नवमी पूरे भारत मे रामलल्ला का जन्म दिन पूरे खुशी से मनाया ज़्याता है कल राम लल्ला की जन्म भूमि आयोद्या मे होगा बड़ा त्योहार बड़े ही धूम धाम से मनय जाएगा कल का राम नवमी का दिन आज देखते है कैसे मानते है आज का ये दिन

राम नवमी क्यों मनाई जाती है? प्रभु श्री राम का हमारे जीवन में महत्व और राम जन्मोत्सव कैसे मनाएं

राम नवमी, एक ऐसा पर्व है जो केवल एक ऐतिहासिक घटना नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, धर्म और आदर्श जीवन मूल्यों का प्रतीक है। यह दिन भगवान श्रीराम के जन्म की स्मृति में मनाया जाता है, जो त्रेता युग में अयोध्या के राजा दशरथ और रानी कौशल्या के घर जन्मे थे।अधर्म का नाश करने और सत्य और अपने पिता आदर्श स्वरूप मानने के लिये प्रभु श्री राम का जन्म हुआ है।

पौराणिक कथा नुसार प्रभु श्रीराम भगवान विष्णु के सातवें अवतार माने जाते हैं। जब धरती पर अधर्म, अन्याय और पाप का बोलबाला बढ़ा, तब भगवान विष्णु ने श्रीराम के रूप में अवतार लिया। उन्होंने रावण जैसे अहंकारी राक्षस का संहार किया और धर्म की स्थापना की।

राम नवमी की पुजा कब कर सकते है और कैसे करे पुजा

साल 2025 मतलब इस साल इस साल  राम नवमी का का शुभ समय सुबह 11:08 बजे से दोपहर 1:50 बजे तक रहेगा। 06 अप्रैल शाम 07:22 बजे तक रहेगी। राम नवमी पर लोग व्रत रखते हैं, और पुजा पाठ पढ़ते है कई सारे गाव मे कीर्तन भजन का आयोजन किया ज़्याता तथा रामचरित मानस का पाठ करते हैं और भगवान राम की पूजा-अर्चना करते हैं।

प्रभु श्री राम का हमारे जीवन में महत्व क्यु है ? कोणसे आदर्श जो हमको लेणे चाहीये प्रभ श्री राम लल्ला के

श्रीराम केवल एक देवता नहीं, बल्कि एक आदर्श पुत्र, आदर्श भाई, आदर्श पति, और आदर्श राजा के रूप में जाने जाते हैं। उनके जीवन से हमें जो सीख मिलती है, वो आज के समय में भी उतनी ही प्रासंगिक है:

  • धैर्य और संयम: जीवन हर कठिनाइयाँ में कितनी भी वक्त लगे, संयम बनाए रखना चाहिए।एक दिन सफलता और सफलता जरूर मिल ज्याती है
  • कर्तव्य और मर्यादा: श्रीराम ने अपने व्यक्तिगत सुखों से ऊपर राष्ट्र और समाज के हित को रखा।
  • सत्य और न्याय: उन्होंने हमेशा सत्य का साथ दिया, चाहे रास्ता कितना भी कठिन क्यों न हो।
  • समानता और सेवा: अपणे पिता को दिया हुया वचन निभाणा प्रभ राम ने वनवासी, केवल,शबरी जैसे साधारण लोगों को भी अपने हृदय में स्थान दिया।
  • भक्तों प्रती सम्मान : प्रभू श्री राम के भक्त हनुमान हो या फिर शबरी आपणे भगवान प्रती प्रेम कैसा हो ये सिख मिलती है।

राम नवमी का दिन हम पूरे भारत मे कैसे मानते है चले जानते है

भारत के हर हिन्दू घर पर भवन श्री राम की पुजा की जयति है । सुबह स्नान करके श्रीराम की मूर्ति या तस्वीर के सामने दीपक जलाकर पूजा कराते है ।भंडारा या प्रसाद वितरण: समाज में सेवा के रूप में गरीबों को भोजन कराना या प्रसाद बांटना पुण्यकारी माना जाता है।बच्चों को श्रीराम की कहानी बताकर उनका नाट्य रूपांतरण कराना न केवल रोचक होता है, बल्कि शिक्षाप्रद भी है।

रामचरितमानस या रामायण का पाठ: इस दिन घरों में राम कथा, पाठ और भजन संध्या का आयोजन होता है।

भजन-कीर्तन: घर या मंदिर में भजन-कीर्तन कर भगवान राम की स्तुति करें।

राम नवमी केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि यह एक जीवनशैली है जो हमें धर्म, करुणा और मर्यादा का मार्ग दिखाती है। आज के समय में जब नैतिक मूल्य कहीं खोते जा रहे हैं, श्रीराम का जीवन हमें सही दिशा देता है। इस राम नवमी, आइए हम संकल्प लें कि हम उनके दिखाए मार्ग पर चलें और अपने जीवन में भी “रामराज्य” लाएं।

जय श्रीराम

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