मुंबई: बॉलीवुड के महान और बेहद लोकप्रिय अभिनेता धर्मेंद्र जी का आज निधन हो गया। वे पिछले कुछ दिनों से अस्पताल में भर्ती थे और उनकी तबीयत को लेकर कई अफवाहें भी फैल चुकी थीं, लेकिन आज आधिकारिक रूप से उनके निधन की पुष्टि हो गई है।
भारतीय फिल्म इंडस्ट्री ने एक ऐसा सितारा खो दिया है जिसने दशकों तक अपने अभिनय, स्टाइल, डायलॉग और सादगी से देशभर के दर्शकों का दिल जीता था।उन्होंने अपने शानदार फिल्मी करियर, अपने परिवार के प्रति समर्पण और सामाजिक कार्यों के माध्यम से भारतीय सिनेमा पर एक अमिट छाप छोड़ी है। धर्मेंद्र को उनकी हैंडसम पर्सनैलिटी, दमदार ऐक्टिंग, और सदाबहार फिल्मों के लिए हमेशा याद किया जाएगा। हिंदी सिनेमा ने आज अपना एक चमकता हुआ सितारा खो दिया है।
धर्मेंद्र जी का फिल्मी सफर जो हरदम उनके चाहने वाले की दिल मे बसी हुयी यादे
धर्मेंद्र का जन्म 8 दिसंबर 1935 को पंजाब के लुधियाना जिले के एक गांव में हुआ था। उन्होंने 1960 में ‘दिल भी तेरा हम भी तेरे’ से बॉलीवुड डेब्यू किया और शुरुआत में कई संघर्षों के बाद 1966 में ‘फूल और पत्थर’ से बड़ी सफलता पाई।
धर्मेंद्र जी ने 300 से अधिक हिन्दी फिल्मों में काम किया, जिनमें से कुछ वो सिनेमा थे जो लोगो को हरपल याद आते है उन्मेसे कुछ नाम ‘फूल और पत्थर’, ‘शोलय’, ‘सीता और गीता’, ‘चुपके चुपके’, ‘आया सावन झूम के’, ‘प्रतिज्ञा’, ‘धर्म वीर’, ‘चाचा भतीजा’, ‘जीवन मृत्यु’, ‘राजा जानी’, ‘यादों की बारात’, ‘घुलामी’, ‘द बर्निंग ट्रेन’, ‘शिकारी’, ‘दिल्लगी’, ‘चरस’, ‘समधी’, ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ जैसी फिल्में शामिल हैं। हालाकी उनकी हर एक फिल्म बड़िया थी उनको देखने के लिये लोग तरस ज़्याते थे।
फिल्म ‘शोले’ में अमिताभ बच्चन के साथ उनकी जोड़ी को आज भी बॉलीवुड की सबसे आइकोनिक जोड़ियों में गिना जाता है। ‘वीरू और जय’ का जिक्र होते ही धर्मेंद्र और अमिताभ की दोस्ती और केमिस्ट्री याद आती है।
दोस्ती का ये सफ़र अब खत्म हुआ अपने दोस्त को आखरी अलविदा कहने पोहचे अमिताभ बच्चन
धर्मेंद्र जी की फिल्मी अच्छी जोड़ी बनी अमिताभ बच्चन जी के साथ हिन्दी फिल्मों का सुनहरा पल एक जमाने मे इन दोनों ने अपने अभिनय और गानों से भरा हुआ था। आज भी शोले फ़िल्म की दोनों की जोड़ी अजरामर है “ये दोस्ती हम नहीं छोड़ेंगे छोड़ेंगे दम मगर तेरा साथ ना छोड़ेंगे” आज ये गाना हर एक के दिल मे याद आ गया होगा एक अच्छे दोस्ती की मिसाल दोनों मे थी दोनों ने एक साथ शोले की उसके बाद चुपके चुपके ,बलराम ,हम कौन है ,दोस्त

सलमान खान ने नम आँखों से धर्मेंद्र जी को आख़िरी अलविदा कहा।
सलमान खान ने हमेशा धर्मेंद्र जी को अपने पिता समान और एक इन्स्पिरेशन मानते थे । सालों पहले जब सलमान अपने शो ‘दस का दम’ में धर्मेंद्र जी को बुलाते थे, तब उन्होंने खुले दिल से कहा था कि “धर्मेंद्र सर मेरे लिए सिर्फ एक सुपरस्टार नहीं, बल्कि पिता जैसे हैं, जिन्होंने मुझे हमेशा प्यार और मार्गदर्शन दिया।” बाद मे एक बार फिर जब वो बिग बॉस के सेट पे आये तभी भी सलमान खान ने ये बात दोहराई थी। जब धर्मेंद्र जी को पहली बार अस्पताल मे भर्ती किया गया था उस दिन भी सलमान खान उनको मिलने गए थे।
आज उसी प्यार और सम्मान के साथ सलमान खान ने नम आँखों से धर्मेंद्र जी को आख़िरी अलविदा कहा।
धर्मेंद्र जी का सादगी से भरा स्वभाव, उनका प्यार, और उनकी इंसानियत ने हर पीढ़ी को प्रभावित किया है।
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धर्मेंद्र जी का परिवार और व्यक्तिगत जीवन कैसा रहा
- धर्मेंद्र जी की पहली शादी प्रकाश कौर से हुई थी, जिससे उन्हें चार बच्चे हुए दो बेटे सनी देओल, बॉबी देओल, दो बेटियाँ विजेता, अजीता।
- उन्होंने बॉलीवुड की ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी से दूसरी शादी की, जिनसे दो बेटियाँ ईशा देओल, आहना देओल हैं।
- उनका परिवार हमेशा सादा और जमीन से जुड़ा रहा, बच्चों में संस्कार और विनम्रता भरना उनकी प्राथमिकता थी। धर्मेंद्र अपने पिता के रोल में भी कभी सख्त तो कभी बहुत प्यार करने वाले रहे।


धर्मेंद्र जी को हमारी https://hinditazanews.com/ टिम की तरफ से मनसे श्रद्धांजली उनकी फिल्में, किरदार और उनकी मुस्कान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनी रहेंगी।
भारतीय फिल्म उद्योग में धर्मेंद्र जैसा स्टार दोबारा शायद ही कभी देखने को मिले।

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