Donald Trump and Narendra Modi

Donald Trump Tariffs Update: डोनाल्ट ट्रंप ने अमेरिका का इलैक्शन जीतने के बाद कई सारे बदलाव किए सबसे बड़ा बदलाव जो रहा वो टैरिफ लगाने के फैसला रहा है।भारतीय और अन्य देशों पे वस्तुओं पर 26% अतिरिक्त टैरिफ लगाने का फैसला लिया है इस फैसले से पूरे विश्व व्यापार में भारी खलबली मची है। ट्रंप के इस कदम से परिणामस्वरूप, भारतीय बाज़ारो मे गिरावट दिखाई दी गयी है। इसका सीधा असर हमारी अर्थ व्यवस्था पर होने वाली है। हाला की माना ज्यता है । हमे इसमे थोड़ी राहत मिल सकती है। पर वो कैसे होगी ये अबतक किसिकों पता है।

पंतप्रधान मोदी जी को भी ट्रंप ने कहा आप हमारे साथ सही व्यवहार नहीं कर रहे जानते है विस्तार से।

अमेरिका अद्यक्ष डोनाल्ट ट्रंप जब से जीत के आहे है तब से एक के बाद के निर्णय ले रहे है वो चले अंतरिक्ष मे फसे सुनीता विल्लयम हो उनको धरती पे लाने के लिए स्पेस क्स और नासा के साथ किया मिशन हो और अब सबसे बड़ा निर्णय जो उन्होने लिया है वो है । ट्रेरीफ़ बड़ाने की बात इस बात से सभी देश जो अमेरिका जैसे देश से व्यापार करती है उनको इसका ज़्यादा नुकसान होगा माना ज़्याता है। अमेरिका अब भारत को आधा जो भारत उनके वस्तुओ पे 56 % टेरीफ़ लगाता उसके आधा अब अमेरिका लगाएगा मतलब अब भारत के व्यापारियों को 26% का टेरीफ़ देना पड़ेगा जो वाकही ज़्यादा माना जज़्याता है।

चीन जैसे देश को भी 34% का टेरीफ़ आब अमेरिका को देना पड़ेगा

चीन से आयातित उत्पादों पर 34% टैरिफ लगा दिया है। और अब चीन ने भी कमर कस ली है । अब चीन भी अमेरिकी उत्पादों पर 34% टैरिफ लगा दिया है।

अब सबसे बड़ी समस्या क्या रहेगी दोनों देशों के लिए भारत मे निर्यात क्षेत्र मे दिखेगी कमी

अमेरिका के राष्ट्राद्यक्ष डोनाल्ट ट्रंप के निर्देशों नुसार अब 26 % टेरीफ़ भारत को देना पड़ेगा इसका सीधा असर भारत के टेक्सटाइल बिजनेस को होगा साथ मे भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग पर इसका गहरा प्रभाव पड़ सकता है, क्योंकि अमेरिका भारतीय ऑटो पार्ट्स का एक प्रमुख बाजार है। उच्च टैरिफ के कारण इन उत्पादों की प्रतिस्पर्धात्मकता कम हो सकती है, जिससे निर्यात में गिरावट आ सकती है।

इसके बावजूद और भी है , ट्रंप प्रशासन ने भारत को जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंसेस (GSP) कार्यक्रम से बाहर कर दिया है, जिससे भारतीय निर्यातकों को अमेरिकी बाजार में मिलने वाली शुल्क-मुक्त पहुंच समाप्त हो गई है।अब इस पे विचार विनिमय हो गया है,आशंका है की फिर से एक बार इसमे मोहलत मिल सके

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भारतीय बाजार पे सीधा असर शेअर मार्केट मे दिखाई दी गिरावट

ट्रंप के इस फैसले का असर भारतीय शेअर मार्केट पे भी हो रहा है । कुछ फिन गिरावट का मोहल बना रहा कई सारे निवेशक इससे परेशान होके आपने इन्वेस्ट मेंट को निकाल लेने का सोच रहे है।

इन टैरिफों के परिणामस्वरूप, भारतीय व्यापारियों को अमेरिकी बाजार में अपने उत्पादों की कीमतों में वृद्धि करनी पड़ सकती है, जिससे उनकी प्रतिस्पर्धात्मकता प्रभावित होगी। इसके अलावा, अमेरिकी बाजार में मांग में संभावित गिरावट के कारण भारतीय निर्यातकों को अन्य बाजारों की तलाश करनी पड़ सकती है।

क्या भारत के पंतप्रधान नरेंद्र मोदी ईसपे कुछ सोलुशन निकाल पायेंगे

सामने आये इन चुनौतियों के बावजूद, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि भारत को अन्य देशों के साथ व्यापारिक संबंध मजबूत करके और घरेलू बाजार में विविधता लाकर इन प्रभावों को कम करने का प्रयास करना चाहिए। इसके अलावा, सरकार को निर्यातकों के लिए समर्थन उपायों पर विचार करना चाहिए ताकि वे इस नई व्यापारिक वास्तविकता के साथ समायोजित हो सकें।

अब हमे देखना है की आगे की सोच क्या रहेगी क्या अमेरिका आपण बढ़ाया हुआ टेरीफ़ कायम रखा पायेगी ?क्या सभी भारतीय व्यापारियों को राहत मिल पायेगी

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