द ओवल, लंदन :हर किसी की आखे आज के खेल पर टिकी थी और आज ,भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक और सुनहरा दिन दर्ज हो गया! टीम इंडिया ने इंग्लैंड को आखिरी टेस्ट मैच में हराकर सीरीज़ भी जीत ली है।और इस ऐतिहासिक जीत के हीरो बने मोहम्मद सिराज, जिनकी शानदार गेंदबाज़ी ने मैच का रुख पूरी तरह बदल दिया।हर एक खिलाड़ी ने पूरे मेहनत से इस पूरी सीरीज को खेला है। भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही पांच मैचों की सीरीज़ का फाइनल टेस्ट लंदन के केनिंगटन ओवल मैदान पर खेला गया, जहां टीम इंडिया ने रोमांच से भरी जीत दर्ज कर सीरीज़ को 2-2 से बराबर कर लिया।
ओवल टेस्ट में सिराज ने मचाई तबाही
आज के पाचवे दिन ये तय था की टिम इंग्लैंड ही जीतेगी तभी इंग्लैंड को जीत के लिए चाहिए थे सिर्फ 35 रन, जबकि उसके 4 विकेट बाकी थे। दूसरी तरफ, इंडिया को चाहिए थे 4 विकेट । मुकाबला कांटे का था, लेकिन मोहम्मद सिराज ने अपनी करिश्माई गेंदबाज़ी से सबका दिल जीत लिया – सिराज ने 5 विकेट चटकाए, वहीं प्रसिद कृष्णा ने भी कमाल की गेंदबाज़ी करते हुए 4 विकेट लिए।और भारत को फिर से एकबार एक एतिहासिक जीत हासिल हुयी
इस मैच में सिराज ने कुल 9 विकेट (पहली पारी में 4 और दूसरी में 5) लेकर मैच के हीरो का दर्जा हासिल कर लिया।

आंकड़े जो खुद बयां कर रहे हैं कहानी
- सीरीज़ में सबसे ज़्यादा विकेट: कुल 23 विकेट, जो दोनों टीमों में सबसे अधिक हैं।
- सभी 5 टेस्ट खेलने वाले इकलौते भारतीय खिलाड़ी, जिनकी फिटनेस और फार्म ने सभी को प्रभावित किया।
- 185.3 ओवर गेंदबाज़ी: जो लगभग 47 लगातार T20 मैचों के बराबर है — अद्भुत सहनशक्ति का प्रमाण।
ये सिर्फ आंकड़े नहीं, ये मेहनत, आत्मविश्वास और जुनून की कहानी हैं।
बुमराह की गैरमौजूदगी में टीम के लीडर बने सिराज
इस सीरीज़ में एक बात साफ हो गई — जब जसप्रीत बुमराह नहीं होते, सिराज और भी घातक हो जाते हैं। उन्होंने बखूबी लीड बॉलर की भूमिका निभाई, और ये साबित कर दिया कि भारत सिर्फ बुमराह पर निर्भर नहीं है।
दिलचस्प बात ये है कि भारत ने दोनों वो टेस्ट मैच जीते जब बुमराह टीम में नहीं थे, और सिराज ने लीड लेकर टीम को आगे बढ़ाया।

आज इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी शुरुआत शानदार, अंत निराशाजनक
इंग्लैंड की उम्मीदें उनकी मिडल ऑर्डर पर टिकी थीं। जो रूट (105) और हैरी ब्रूक (111) ने शानदार शतक जड़े, लेकिन इनके आउट होते ही इंग्लैंड का मिडिल और लोअर ऑर्डर बिखर गया। आखिर के 66 रन पर पूरी टीम 7 विकेट गंवा बैठी और 367 रन पर ऑलआउट हो गई, जबकि जीत के लिए 374 रन चाहिए थे।
एक चैंपियन की सोच ने हर एक भारतीय का सीना चौड़ा कर दिया “आज मेरा दिन है
सिराज ने मैच के बाद एक मजेदार किस्सा शेयर किया। उन्होंने बताया कि आखिरी दिन सुबह उन्होंने अपने मोबाइल पर “Believe” (भरोसा) इमोजी सर्च की, उसे वॉलपेपर बनाया और खुद से कहा
“आज मेरा दिन है, आज मैं मैच जिताऊंगा और टीम के लिए हीरो बनूंगा।”
उन्होंने जसप्रीत बुमराह से वादा किया था कि वो “फिफर” (5 विकेट) लेकर दिखाएंगे और उन्होंने वादा पूरा किया।
टीममेट्स और क्रिकेट दिग्गजों की तारीफें
सिराज की परफॉर्मेंस को हर ओर से सराहना मिल रही है। शुभमन गिल ने कहा:
“हर कप्तान को ऐसी एनर्जी और जज्बे वाला खिलाड़ी चाहिए।”
सिराज की स्पीड, एनर्जी और निरंतरता ने उन्हें टीम इंडिया का नई जनरेशन का तेज गेंदबाज़ बना दिया है।
कई बार टिम के ऊपर जो सवाल उठे थे, अब जवाब बन गए हैं सिराज
कभी उनकी लाइन-लेंथ को लेकर आलोचना होती थी। लेकिन इस सीरीज़ में उन्होंने दिखा दिया कि अब वह एक मैच विनर हैं। वो 135+ की स्पीड पर लगातार गेंद डालते हैं, बिना थके लंबे स्पेल फेंकते हैं, और जरूरत पर सामने से नेतृत्व करते हैं।
अब शुरू हो चुका है ‘मियां मैजिक’ का युग
ये जीत सिर्फ एक टेस्ट जीत नहीं, बल्कि ये दिखाता है कि टीम इंडिया अब कहीं ज्यादा बैलेंस्ड, तैयार और आत्मविश्वासी है।


मोहम्मद सिराज अब सिर्फ एक उभरते गेंदबाज़ नहीं, बल्कि टीम इंडिया के टेस्ट सेटअप के मजबूत स्तंभ बन चुके हैं।
अब हर फैन की ज़ुबान पर एक ही बात है
“हमें मियां मैजिक पर भरोसा है!”
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